नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। Karwa Chauth 2019 Rare Coincidence: हिंदू धर्म में करवा चौथ का व्रत सुहागिन महिलाओं के लिए बड़ा महत्व रखता है। करवा चौथ एक पति-पत्नी के खास रिश्ते को दर्शाता है। इस दिन शादीशुदा महिलाएं अपने पति की लंबी आयु के लिए निर्जला व्रत रखती हैं। इस खास मौके के लिए महिलाएं काफी उत्साहित रहती हैं और महिनों पहले ही तैयारियों में जुट जाती हैं। इस पर्व पर महिलाएं हाथों में मेहंदी रचाकर, चूड़ी पहन, सोलह श्रृंगार कर अपने पति की पूजा कर व्रत का पारायण करती हैं।
करवा चौथ के व्रत को अलग-अलग क्षेत्रों में वहां की प्रचलित मान्यताओं के अनुरूप रखा जाता है, लेकिन इन मान्यताओं में थोड़ा-बहुत अंतर होता है। सार तो सभी का एक होता है पति की दीर्घायु। इस दिन करवा माता और गणेश जी की भी पूजा की जाती है। माना जाता है कि इस दिन अगर सुहागिन स्त्रियां व्रत रखें तो उनके पति की उम्र लंबी होती है और उनका गृहस्थ जीवन सुखमय होता है।
इस बार करवाचौथ पर खास संयोग बन रहा है। कार्तिक मास की चतुर्थी को मनाया जाने वाला करवाचौथ इस साल 17 अक्तूबर को मनाया जाएगा। ज्योतिषियों के अनुसार इस बार खास योग बनने की वजह से करवा चौथ का त्योहार और भी शुभ हो गया है। यह योग बहुत ही मंगलकारी है। इस दिन व्रत करने से सुहागिनों को इसका फल मिलेगा। इस बार 70 साल बाद रोहिणी नक्षत्र के साथ मंगल का योग बन रहा है।
इस बार उपवास का समय 13 घंटे 56 मिनट का है। पूरे दिन निर्जला व्रत रखकर महिलाएं शाम को चांद को अर्घ्य देकर व्रत तोड़ती हैं। इस बार चांद 8:18 बजे निकलेगा।
यह है सही मुहुर्त
व्रत समय: सुबह 6:21 से रात 8:18 बजे तक
उपवास का समय : 13 घंटे, 56 मिनट है
पूजा का मुहूर्त- शाम 5:50 से 7:06
चांद निकलने का समय : 8:18 बजे